12 मार्च पूर्वाह्न 10-अपराह्न 1 बजे उद्घाटन सत्र: कामरेड अरविन्द को श्रद्धांजलि। परिचयात्मक वक्तव्य। अरविन्द स्मृति न्यास द्वारा प्रकाशित मज़दूर आन्दोलन पर द्वितीय अरविन्द स्मृति संगोष्ठी में प्रस्तुत आलेखों के संकलन ‘इक्कीसवीं सदी में भारत का मज़दूर आंदोलन: निरंतरता और परिवर्तन, दिशा और संभावनाएं, समस्याएं और चुनौतियां’ (हिन्दी व अंग्रेज़ी संस्करण) का लोकार्पण। राहुल फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित रंगनायकम्मा के लेखों के संकलन ‘जाति और वर्ग: एक मार्क्सवादी दृष्टिकोण’ (हिन्दी व अंग्रेज़ी संस्करण) का लोकार्पण दूसरा सत्र (अपराह्न 3 – 8 बजे) – आलेखों की प्रस्तुति तथा चर्चा आरम्भ 1. जाति प्रश्न और उसका समाधान: एक मार्क्सवादी दृष्टिकोण — अरविन्द स्मृति न्यास 2. अम्बेडकरवाद और दलित मुक्ति — सुखविन्दर, सम्पादक, प्रतिबद्ध, पंजाब 13 मार्च 3. जाति का इतिहासलेखन : कुछ आलोचनात्मक प्रेक्षण — अभिनव, सम्पादक, मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, दिल्ली 4. मार्क्सवाद और जाति प्रश्न – अनुराधा गांधी की पुस्तक ‘कास्ट क्वेश्चन इन इंडिया’ पर आधारित — असित दास, शोधकर्ता और ऐक्टिविस्ट, दिल्ली 5. जाति व वर्ग की सहजीविता और मार्क्स(वाद) तथा अम्बेडकर(वाद) की साझा प्रासंगिकता — सुखदेव सिंह जनागल, फतेहगढ़ साहब, पंजाब 6. भारत में जाति के विषय में एक पृष्ठभूमि पत्र — प्रो. इरफ़ान हबीब, अलीगढ़ (वितरित किया जायेगा) 7. जातिवादी पदसोपानक्रम के भौतिक आधार के उन्मूलन के कार्यक्रम की दिशा में — अनंत फड़के, श्रमिक मुक्ति दल (डेमोक्रेटिक), पुणे (वितरित किया जायेगा) 14 मार्च 8. पश्चिम बंगाल में जाति और राजनीति: वाम मोर्चे का बदलता चेहरा — प्रस्कण्वा सिन्हारे, सेंटर फ़ॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज़, कोलकाता 9. वर्ग, जाति और अस्मितावादी राजनीति — शिवानी, दिल्ली विश्वविद्यालय 10. विशिष्टता (Distinctiveness) विचारधारा के रूप में या विशिष्टता (Specificity) का दर्द और राजनीति — प्रशांत गुप्ता, बी.आर. अंबेडकर कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय — आनन्द तेलतुंबडे द्वारा प्रस्तुति 15 मार्च 11. दलित समस्या और सौंदर्यशास्त्र — निनु चपागाईं, यूसीपीएन (एम) के पोलित ब्यूरो सदस्य तथा पार्टी के सांस्कृतिक विभाग के प्रभारी 12. जो कुछ फिर से बदलना है: मार्क्सवादी परंपराओं में जाति और सेक्स — डा. राजर्षि दासगुप्ता, राजनीति अध्ययन केंद्र, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय — कात्यायनी द्वारा प्रस्तुति 16 मार्च 13. डा. अम्बेडकर या डा. मार्क्स — प्रो. पॉल कॉकशॉट, ग्लासगो विश्वविद्यालय, स्कॉटलैंड (यह पेपर बैकग्राउंड नोट के तौर पर वितरित किया जायेगा और प्रो.कॉकशॉट स्काइप लिंक के द्वारा अपनी प्रस्तुति देंगे।) — डा. तुलसीराम द्वारा प्रस्तुति कुछ अन्य भागीदार…