कामरेड अरविन्द के पचासवें जन्मदिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम
इलाहाबाद, 12 मार्च। “समाजवादी संक्रमण की समस्याएं विषयक” पाँचवी अरविन्द स्मृति संगोष्ठी के तीसरे दिन के सत्र का समापन कामरेड अरविन्द के पचासवें जन्मदिवस पर उनको श्रद्धांजलि देते हुए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति द्वारा हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत में कामरेड अरविन्द को याद करते हुए सत्यम, आनन्द, अभिनव, योगेश और राजविन्दर ने उनके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं को बड़ी आत्मीयता से याद किया। उन्होंने कहा कि का. अरविंद को महज़ 44 वर्ष का जीवन मिला जिसमें से 24 वर्ष उन्होंने सर्वहारा की मुक्ति के लिए होम कर दिये। एक ऐसे दौर में जब दुनिया भर में कम्युनिज्म के खिलाफ़ दुष्प्रचार अपने चरम पर था, कामरेड अरविन्द एक सच्चे योद्धा की भांति वर्ग संघर्ष के मोर्चे पर अंतिम सांस तक डटे रहे। वह एक सरल, सहृदय किन्तु कम्युनिस्ट उसूलों पर दृढ़ आस्था रखने वाले व्यक्ति थे। वे हम सबकी स्मृतियों में हमेशा जीवित रहेंगे और हमने उनके साथ मिलकर जो सपने देखे थे उन्हें पूरा करने की राह पर हमें प्रेरित करते रहेंगे।
इसके बाद पंजाब से आये दस्तक सांस्कृतिक मंच की टोली और विहान सांस्कृतिक मंच दिल्ली की टोली ने अनेक हिन्दी, पंजाबी और स्पेनिश क्रान्तिकारी गीतों और कविताओं की प्रस्तुति की। इसके अलावा नेपाल से आये संगीत श्रोता ने अरविन्द को समर्पित अपना एक गीत प्रस्तुत किया।